इस अनजाने रास्ते पे हमसफ़र हो तुम,
आहिस्ते चलना ।
रुकना हो अगर किसी पड़ाव पे,
मुड़ कर मेरी ओर देखना।
एक आशियाना बनाया है अपनी आँखों में,
मेरे सपनों में रहना ।
अगर चाहिए तुझे चादर,
मेरी पलकें ओढ़ लेना।
मेरी खुशियों का पता हो तुम,
मैं चिट्ठियाँ लिखूँगा।
अगर ख़त ना मिले तो,
इन बादलों से कह देना ।
मेरे इश्क़ की मंजिल हो तुम,
मैं रास्ता पूछ रहा हूँ ।
थोड़ी देर हो गयी तो,
मेरा इंतज़ार करना ।